सादर
प्रदीप मोर्य
जिला सचिव, सक्षम
सक्षम इंद्रप्रस्थ के 14वे स्थापना दिवस के अवसर पर सक्षम वसंत विहार जिले ने 26 जून 2022 को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इस रक्तदान शिविर में जेएनयू के छात्र, प्राध्यापक, सुरक्षा कर्मचारी और गैर-शैक्षणिक स्टाफ ने भाग लिया। यह कार्यक्रम बहुत सफल रहा। लेड़ी हार्डिंग अस्पताल के डॉक्टरों की टीम भी बहुत उत्साह के साथ कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किये। यह रक्तदान दिव्यांग व्यक्तियों के लिए समर्पित था। सक्षम एम्स, सफदरजंग, राममनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण हॉस्पिटल सहित 9 अस्पतालों में भर्ती थैलीसीमिया और एनेमिया के मरीजों को आवश्यक रक्त उपलब्ध कराने का प्रयास करता है। दिव्यांग व्यक्ति अधिकार अधिनियम 2016 के अनुसार सरकार ने थैलीसीमिया और एनेमिया को दिव्यांगता की श्रेणी में रखा है। थैलीसीमिया और एनेमिया के मरीज को बारम्बार रक्त की जरूरत पड़ती है। सक्षम दिव्यांगों के सशक्तिकरण और उत्थान के लिए कार्य करने वाली राष्ट्रीय संस्था है। यह संस्था विभिन्न कार्यक्रमों, योजनाओं के माध्यम से दिव्यांगों की मदद करती हैं। इस अवसर पर सक्षम के प्रांत संगठन सचिव श्री देवेंद्र जी, प्रान्त सचिव श्री रमेश नेगी जी, प्रान्त उपाध्यक्ष एवं आर के पुरम विभाग के संरक्षक डॉ गोपाल राम परिहार जी, विभाग अध्यक्ष लेफ्ट0 डॉ गजेंद्र प्रताप सिंह जी, उपाध्यक्ष श्री महेंद्र जी, सचिव श्री हैरी जी, सह सचिव श्री विजय शुक्ला जी, युवा प्रमुख डॉ सुदर्शन जी, महिला प्रमुख श्री नीलम राय जी, वसंत विहार जिले के अध्यक्ष डॉ प्रशांत साहू जी, उपाध्यक्ष डॉ मंजू खारी जी, सचिव श्री प्रदीप मौर्य जी, सहसचिव डॉ राम प्रताप जी सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
No of Donors=33
Female donors= 9
Male donors= 24
Divyangjan donors=0
No of donors rejected= 24
सादर
प्रदीप मोर्य
जिला सचिव, सक्षम
सक्षम इंद्रप्रस्थ वसंत विहार जिला (आर के पुरम विभाग) की ओर से, सक्षम स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में, दिनांक 26 जून 2022 को जेएनयू में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस आयोजन का आरंभ दीप प्रज्ज्वलन करके संगठन मंत्र के साथ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ सुधीर प्रताप सिंह एवं विशिष्ट अतिथि डॉ मनुराधा चौधरी थी। मुख्य वक्ता श्रीमती मीनू कश्यप जी ने सक्षम की संगठन संरचना, उद्देश्य, कार्य, कार्यक्षेत्र, संचालित कार्यक्रम और योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की। आधुनिक समय में विज्ञान, तकनीक की भूमिका और दिव्यांग व्यक्ति की चुनौतियों को सारगर्भित तरीके से प्रस्तुत की। उन्होंने दिव्यांग व्यक्तियों के लिए नीतिगत महत्व और समस्याओं का विश्लेषण किया। मुख्य अतिथि डॉ सुधीर प्रताप सिंह जी ने जेएनयू द्वारा दिव्यांग सुगम्य पहुंच अवसंरचना और दिव्यांग कल्याण के प्रयासों की जानकारी प्रदान किये। विशिष्ट अतिथि डॉ मनुराधा चौधरी जी ने सक्षम के कार्यों और प्रयासों की प्रशंसा की और NSS द्वारा किए जा रहे समावेशी प्रयासों की जानकारी दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमान गोपाल राम परिहार जी ने किया। वसन्त विहार जिला सचिव श्रीमान प्रदीप मौर्य ने धन्यवाद उद्बोधन में, बताया कि वसंत विहार जिले के मलिन बस्तियों में दिव्यांगता उन्मूलन के लिए सर्वे कार्य किया जा रहा है, शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश दिलाने के लिए, प्रवेश सहयोग किया जा रहा है।उन्होंने सक्षम को सहयोग करने के लिए जेएनयू प्रशासन, डीन ऑफ स्टूडेंट, और कार्यकर्ताओं का धन्यवाद किया। इस अवसर पर सक्षम प्रान्त संगठन सचिव श्रीमान देवेंद्र जी, सक्षम प्रान्त सचिव श्रीमान रमेश नेगी जो, प्रान्त सह अध्यक्ष गोपाल राम परिहार, प्रान्त क्रीड़ा प्रमुख मनोज राठी जी, विभाग अध्यक्ष डॉ गजेंद्र प्रताप सिंह जी, विभाग उपाध्यक्ष श्रीमान महेंद्र सिंह जी, विभाग सचिव हैरी जी, विभाग सह सचिव श्री विजय शुक्ला जी, विभाग युवा प्रमुख डॉ सुदर्शन जी, वसंत विहार जिला सह सचिव डॉ रामप्रताप प्रसाद जी, जेएनयू एनएसएस संयोजक विनोद जी सहित अन्य गणमान्य लोग और सक्षम के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
🇮🇳सक्षम भारत - समर्थ भारत🇮🇳
प्रदीप मौर्य
सचिव, वसंत विहार जिला
मैथेमेटिक्स और एप्लाइड मैथेमेटिक्स पर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में तीन दिन का अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन हुआ। यह कॉन्फ्रेंस 16 जून से 18 जून 2022 तक चला। यह मैथेमेटिक्स और एप्लाइड मैथेमेटिक्स का पांचवा अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस था। यह कॉन्फ्रेंस 'भारतीय विज्ञान परिषद'( Vijnana Parishad of India) के गोल्डेन जुबली समारोह के उपलक्ष्य में किया गया। भारतीय विज्ञान परिषद(Vijnana Parishad of India), भारतीय विज्ञान परिषद एक मैथेमेटिक्स एप्पलीकेशन की सोसाइटी है, जो कई अंतर्राष्ट्रीय जर्नल्स और संस्थाओं के साथ मिलकर विज्ञान और गणित के क्षेत्र में शोध को बढ़ावा देने का कार्य करता है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ कम्प्यूटेशनल एंड इंटेग्रेटेड साइंस में हुए इस अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का विषय "इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में अनुप्रयोगों के साथ गणितीय विज्ञान में हालिया प्रगति" (Recent Advances in Mathematical Sciences with Applications in Engineering and Technology)" था। इस कॉन्फ्रेंस में कुल 11 थीम पर शोध पेपर्स प्रेजेंट किये गए।
95 प्रतिशत न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर से ग्रसित डॉ अक्षांश गुप्ता, न्यूरोइमेजिंग में मशीन लर्निंग के बॉयोलोजिकल सिस्टम एप्पलीकेशन(Mathematical Modelling of Biomechanics with Reference to Biological Systems Application of Machine Learning in Neuroimaging) थीम पर आधारित सेशन की अध्यक्षता किये। इस सेशन में कुल 30 शोध पेपर प्रेजेंट किए। डॉ अक्षांश CSIR-CEERI में इंटेलिजेंस सिस्टम के साइंटिस्ट हैं। डॉ अक्षांश जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कंप्यूटेशनल एंड इंटेग्रेटेड साइंस से पीएचडी और पोस्ट डॉक्ट्रेट है। इन्हें कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय साइंटिस्ट पुरस्कार मिल चुका है। डॉ गुप्ता ने समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि अगर व्यक्ति के अंदर कुछ करने का जज़्बा हो और शांत मन से अपने लक्ष्य के लिए कार्य किया जाए तो कोई बाधा रुकावट नही बन सकती है। उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए प्रतिभागियों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सक्षम, बहुत अच्छा कार्य कर रहा है, उन्होंने सक्षम के पदाधिकारियों को कई सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि साइंस के क्षेत्र में दिव्यांग लोगो को लाने की जरूरत हैं। हालांकि साइंस के क्षेत्र में लैब में कार्य करने में दिव्यांगों को चुनौतियों का सामना करना पड़ता हैं। उन्होंने अपने बहुत से अनुभव को साझा किए। इस कॉन्फ्रेंस के मुख्य संयोजक लेफ्टिनेंट डॉ गजेंद्र प्रताप सिंह और सक्षम ने डॉ अक्षांश गुप्ता जी को *भारत का स्टीफन हॉकिंग* कहा है।
लेफ्टिनेंट डॉ गजेंद्र प्रताप सिंह इस कांफ्रेंस के मुख्य संयोजक थे। डॉ सिंह एक प्रतिष्ठित स्कॉलर और प्रोफेसर हैं। ये जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ कंप्यूटेशनल एंड इंटेग्रेटेड साइंस में प्रोफेसर हैं। डॉ सिंह का शोध(Research) और अध्ययन व्यापक सामाजिक हित को ध्यान में रखकर होता हैं। डॉ सिंह एक स्कॉलर के साथ साथ एक अच्छे सामाजिक कार्यकर्ता भी है।
सक्षम के कार्यकर्ता और अधिकारी भी इस कांफ्रेंस में भागीदारी किये। सक्षम वसंत विहार जिले के सचिव श्रीमान प्रदीप मौर्य जी ने बताया कि इस कार्यक्रम में तीन यंग साइंटिस्ट अवार्ड भी प्रदान किया गया। उनके अनुसार यह कार्यक्रम दिव्यांग सुगम्य उपकरण विकसित करने, दिव्यांग उपयोगी तकनीक विकसित करने और उद्योग जगत में प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग के लिए बहुत उपयोगी था। मौर्य के अनुसार इस कार्यक्रम 11वॉ, थीम न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर से प्रभावित दिव्यांग व्यक्तियों के लिए भविष्य में नई तकनीक और प्रौद्योगिकी के खोज के संदर्भ में थी।
प्रदीप मौर्य जी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर स्टडी इन साइंस पॉलिसी से पीएचडी कर रहे हैं। उनका कहना है कि, हालांकि सक्षम का एक बौद्धिक टीम हैं जिसमें डॉक्टर, साइंटिस्ट, और इंजीनियर है, फिर भी सक्षम ऐसे असाधारण प्रतिभा के धनी व्यक्तियो के साथ मिलकर और बेहतर कार्य करने की योजना बना रहा है।
सक्षम इंद्रप्रस्थ राष्ट्रीय स्तर का एक संगठन है। यह संस्था समाज के उस वर्ग के लिए कार्य करती है जो समाज में सबसे ज्यादा शोषित, वंचित और हासिये पर है। यह दिव्यांगों के उत्थान और सशक्तिकरण के लिए समर्पित संस्था है। सक्षम विभिन्न माध्यमों से दिव्यांगों की सहायता करता हैं। सक्षम, दूसरे प्रदेशों से आ कर अध्ययन करने वाले दिव्यांग छात्रों के निवास के लिए छात्रावास की सुविधा प्रदान करता है, जरूरत मंद दिव्यांगों को सहायक उपकरण प्रदान करता है, लेखन सहायक (Scriber) प्रदान करता है, विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए प्रवेश संबंधित सहायता(Admission Assistant) प्रदान करता है, ऑनलाइन सुविधाओं के लिए दिव्यांग सेवा केन्द्र संचालित करता है, जहां पर दिव्यांग सभी प्रकार के ऑनलाइन सुविधाएं प्राप्त कर सकते है। सक्षम, 'समदृष्टि क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल' शब्द का संक्षिप्त रूप है। अनुसंधान/शोध(Research) शब्द सक्षम के उच्चस्तरीय तकनीक, इंजीनियरिंग, और प्रौद्योगिकी को इंगित करता है। अनुसंधान(research) को प्रोत्साहित करने के लिए सक्षम की एक बौद्धिक टीम भी है। जिसमें डॉक्टर, मेडिकल साइंटिस्ट, इंजीनियर, टेक्नोक्रेट्स, लोकनीति विशेषज्ञ, विज्ञाननीति विशेषज्ञ, शामिल हैं। मेडिकल साइंस में होने वाले बदलाओ पर शोध और चर्चा के लिए प्रतिमाह सेमिनार आयोजित किया जाता हैं और शोध के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस आयोजित किये जाते रहते है।
सादर
प्रदीप मोर्य
जिला सचिव, सक्षम
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित पर्यावरण जागरूकता अभियान और पौधारोपण को T3 न्यूज चैनल ने कवर किया है।
सादर
प्रदीप मोर्य
जिला सचिव, सक्षम
सक्षम इंद्रप्रस्थ, विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में पर्यावरण और दिव्यांग लोगों के प्रति समाज को जागरूक करने के लिए *पर्यावरण जागरूकता अभियान* , निबंध लेखन प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता, इत्यादि कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। सक्षम जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की टीम आज 17 जून 2022 को जेएनयू में *पौधरोपण और जागरूकता अभियान* चलाया। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के सामने और वेदांत स्थल पर वृक्षारोपण (पुष्प के पौधे, सजावटी पौधे और बहुवर्षीय काष्ट के पौधे का पौधारोपण) किया गया। सुश्री डॉ रीता सोनी जी, सहायक प्रोफेसर, नीति विज्ञान अध्ययन केन्द्र और वार्डेन गोदावरी छात्रावास, ने पर्यावरण के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक महत्व के बारे में प्रकाश डाला। पर्यावरण दिव्यांगता को किस प्रकार से प्रभावित करता है और स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव के बारे में विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने बताया कि सरकारी नीतियो को पर्यावरण अनुकूल और दिव्यांग सुगम्य(अनुकूल) नीति को समायोजित किया जाना चाहिए। लोगों को सक्षम के बारे में बताया भी गया। जेएनयू के प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी छात्र सक्षम के बारे जानने को काफी उत्सुक थे। इस कार्यक्रम से अधिक से अधिक लोगों को सक्षम के बारे में जानने का अवसर मिला कि सक्षम देश भर में दिव्यांगों के सशक्तिकरण और उत्थान के लिये कार्य कर रहा है।
इस अवसर पर जेएनयू के बागवानी विभाग के कर्मचारियों और सक्षम के कार्यकर्ता प्रिंस जी, श्रेय जी, शुभंकर जी, विनायक जी, इंद्रजीत जी जसवीर जी, और गोपाल जी, का विशेष योगदान रहा।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्षम के प्रांत उपाध्यक्ष श्रीमान गोपाल जी, विभाग अध्यक्ष श्रीमान गजेंद्र प्रताप सिंह जी, विभाग सचिव श्रीमान हैरी जी, जिला अध्यक्ष श्रीमान प्रशांत साहू जी, जिला उपाध्यक्ष सुश्री डॉ मंजू खारी जी, जिला सह सचिव श्रीमान रामप्रताप जी, बुराड़ी जिला सचिव श्रीमान आशुतोष जी का मार्गदर्शन और सहयोग रहा।
कुल उपस्थित सदस्य- 19
दिव्यांग पुरूष- 10
पौधारोपण की संख्या- 50
🇮🇳सक्षम भारत-समर्थ भारत🇮🇳
प्रदीप
सचिव, वसंत विहार जिला, सक्षम