Sunday, June 25, 2023

सक्षम स्थापना दिवस का आयोजन

 सक्षम स्थापना दिवस, रामकृष्ण पुरम विभाग- 2023

सक्षम इन्द्रप्रस्थ, रामकृष्ण पूरम विभाग द्वारा सक्षम स्थापना का आयोजन वेदव्यास गुरूकुलम, वसंत कुंज में दिनांक 25 जून 2023 को शाम में 04:30  से 06:30 तक किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आदरणीय श्री प्रवेश जी, असिस्टेंट प्रोफेसर, जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय, मुख्य वक्ता प्रान्त उपाध्यक्ष प्रो. मीनू कश्यप, असिस्टेंट प्रोफेसर, एल. बी. एस., विश्वविधालय; विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री वितोवाचार्य, वेदव्यास गुरूकुलम, वसंत कुंज का सानिध्य प्राप्त हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता आर के पुरम विभाग के उपाध्यक्ष श्री मोहिंदर आर्य जी ने किया।

इनके अलावे कार्यक्रम में विभाग अध्यक्ष श्री गजेन्द्र जी, विभाग सचिव श्री हैरी सिंह जी, विभाग युवा प्रमुख श्री प्रदीप जी, विभाग सह-सचिव श्री सुदर्शन राजा जी, विभाग सह-सचिव श्री विजय शुक्ल जी, विभाग महिला प्रमुख श्रीमती नीलम जी, वसंत जिला सचिव श्री रामप्रताप जी, महरौली जिला संयोजक पूजा देवी जी और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। 

कार्यकर्म की शुरुवात संगठन मंत्र से हुई। श्री विजय शुक्ला ज़ी ने संगठन मंत्र का उच्चारण करके दृष्टिकोण और परिकल्पना पढ़ा और आदरणीय अतिथियों के द्वारा सरस्वती वंदना और दीप प्रजोलन से कार्यक्रम की विधिवत शुरुवात की।

आर के पुरम विभाग, सक्षम (जिसका पूरा नाम- समदृष्टि क्षमता विकास एवम अनुसन्धान मंडल)  हर वर्ष सक्षम स्थापना दिवस को हर्षौल्लास के साथ मनाता है। सक्षम की स्थापना नागपुर में 20 जून 2008 को विविध लक्ष्यों के सिद्धि के लिए की गयी थी। आज सक्षम के स्थापना के 15 से अधिक साल हो गए और इन 15 वर्षों में सक्षम ने दिव्यांग जनों  के लिए सतत् काम करने का प्रयास किया है। 

आज के इस पावन मौके पर रामकृष्ण पुरम विभाग की तरफ से हमारे मुख्य अतिथि श्री प्रवेश कुमार जी का हार्दिक अभिनंदन किया गया। श्री प्रवेश कुमार जी जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय में अंतराष्ट्रिये अध्ययन केंद्र में Assistant professor के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने सक्षम के ध्येय और हेतु के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समाज के हर तबके के विकास के बिना हमारा राष्ट्र विश्व गुरु नहीं बन सकता है। इसके लिए सभी जनों में दिव्यांग जन के लिए एक सेवा भाव और अपनेपन के लिए जोर दिया। उनके शब्दों में "यह जो कुछ दिव्यांगता प्राप्त लोग हैं यह भी हमारे हैं और हम भी इनके हैं, तू और मैं भिन्न नहीं हैं, तु और मैं एक हैं। ऐसे भाव का निर्माण करना ही सक्षम का हेतु है। और ये भाव समाज के हर व्यक्ति, हर मनुष्य के अंदर आना चाहिए। 

मुख्य वक्ता प्रांत उपाध्यक्ष श्रीमती मीनू कश्यप जी ने सक्षम के बारे में, इसके ध्येय और इसकी रचना के बारे में उपस्थित लोगों को अवगत कराया। 

हमारे विशिष्ट अतिथि श्री वितोवआचार्य जी ने सक्षम स्थापना दिवस पर सबको शुभकामनाएँ दी और सक्षम के इस सामाजिक कार्यों के लिए प्रशंसा की। 

कार्यक्रम में देवांश, महेंद्र और अनिकेत ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी प्रस्तुति की। देवांश ने एक मधुर गायन की प्रस्तुति की। महेंद्र ने एक डांस पेरफॉर्मांस 'खाये के पान बनारस" गाने पर डांस परफॉर्मांस किया। वही अनिकेत ने योगा के आसन कर के दिखाया। 

कार्यक्रम के अंत में विभाग सचिव श्री हैरी सिंह जी ने सक्षम के वार्षिक कार्यों का लेखा-जोखा दिया और भविष्य के योजनाओ और कार्यों के बारे में भी प्रकाश डाला। विभाग सचिव जी ने विभाग में दिव्यांग सेवा केन्द्र खोलने को लेकर चर्चा किया।

हमारे दिव्यांग साथी के लिए कार्यक्रम के अंत में उपहार और नाश्ते का भी प्रबंध किया गया। हमारे अतिथियों को भी मोमेंटो प्रदान करके सम्मानित किया गया। 

कुल संख्या : 38

महिला : 11

पुरुष : 24

दिव्यांग बंधुओं की संख्या : 9

दिव्यांग महिला की संख्या : 1


भवदीय

हैरी, विभाग सचिव, रामाकृष्ण पुरम विभाग, सक्षम


। सक्षम भारत समर्थ भारत ।



Tuesday, June 20, 2023

सक्षम युवा आयाम द्वारा सक्षम स्थापना दिवस मनाया गया

 सक्षम स्थापना दिवस कार्यक्रम

दीपप्रज्वलन और माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की गई।

मुख्य वक्ता श्रीमान संजीव कुमार एच एम जी ने, कुमारसम्भवम ग्रंथ का प्रसंग लेते हुए ज्ञान परम्परा और जीवन की सिद्धि और भक्ति के माध्यम से कर्म, सेवा और समर्पण के महत्व बताया। गुरु के महत्व को बताते हुए बताये कि कबीर दास जी ने कहा है कि "सात समुन्दर मसि करू, लेखन सब वन रानि" द्वारा गुरु अर्थात मार्गदर्शक के महत्व को बताया। ज्ञान के महत्व को बताते हुए बोले कि'विद्या से विनय और विनय से पात्र और पात्र से धन की प्राप्ति होती है। आपकी शिक्षा आपकी वाणी और कर्मो से स्पष्ट होती हैं। राष्ट्र निर्माण कभी भौतिक वस्तुओं से नही बनती है, राष्ट्र हमेशा चेतना से बनती हैं। हंसराज कॉलेज में प्रतिवर्ष गौपुजा होती हैं। आज इतने वर्षों बाद भी राष्ट्र निर्माण की खोज करने की क्या जरूरत पड़ी? ये विमर्श का विषय है। यह तभी सम्भव है जब हमारे देश के युवा सामाजिक कार्य मे चढ़-बढ़ कर भागीदारी निभायेंगे।

मुख्य अतिथि महेंद्र कपूर भाई जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि- 

सक्षम की स्थापना दिवस की आप सभी को बहुत बहुत शुभकामनाएं।

आज मैं सिर्फ सुनने और जानने के उद्देश्य से आया हूँ।

ये आज आप लोगो से मुझे सीखने की जरूरत है।

ABRSM की स्थापना 1988 में हुई।

सभी प्रकार के शिक्षक संवर्ग में कार्य करने वाले लोग इससे जुड़े हैं। अभी 12 लाख सदस्य इससे जुड़े हुए हैं।

ABRSM में गुरुदक्षिणा कार्यक्रम होता है, इसमें छात्रों को शिक्षक के प्रति संस्कार देने का कार्य करते हैं।

अगर शिक्षक, छात्र के समस्या समाधान का उपाय नही दे सकता तो वह शिक्षक कहने के योग्य नहीं है।

शिक्षक, शिक्षा के हित मे होना चाहिए, अर्थात अद्यतित(Update) होना चाहिए। 

शिक्षक, प्रिंसिपल और वाईस चांसलर को शिक्षा मंत्री से मिलने के लिए लंबा प्रतीक्षा करनी पड़ती हैं, क्या हमारा यही संस्कार हैं।

शिक्षक के हित में समाज का जागरूक करना।

बच्चा घर मे भोजन करते समय, अपने शिक्षक के बारे में बात करता है। इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि शिक्षक का आचरण अच्छा होना चाहिए।

अजमेर के एक शिक्षक के प्रसंग का वर्णन करते हुए बताए कि एक शिक्षक का एक छात्र कुछ दिनों से स्कूल नही आ रहा था तो अचानक एक दिन दिखा तो उस शिक्षक ने उस बच्चे से पूछा तो बच्चे ने बताया कि उसके पिता जी की मृत्यु हो गई हैं, और अब पिता जी का कार्य 'पत्थर तोड़ने का' कार्य मुझे करना पड़ रहा है और परिवार का भरण पोषण मुझे करना पड़ता है, इसलिए मैं स्कूल नही आ पा रहा हूँ।  सवाल यह है कि क्या हम ऐसे बच्चों के साथ भावनात्मक रूप से जुड़े हैं कि नही?

कार्यक्रम के अध्यक्ष, श्रीमान सतीश अग्रवाल भाई जी

सक्षम कोविड-19 महामारी के समय पूरी दिल्ली में भोजन और अन्य सहायक कार्य किया गया।

संस्कार विकास में शिक्षक का महत्वपूर्ण योगदान है, और राष्ट्र निर्माण में उनकी महती भूमिका है। दिव्यांग उत्थान में पहली कड़ी शिक्षक है। इसलिए सभी शिक्षकों को चाहिए कि दिव्यांग संवेदनशीलता और जागरूकता में योगदान करें।

मुख्य वक्ता, विशिष्ट वक्ता और मुख्य अतिथि के संबोधन के पश्चात स्रोताओं से प्रश्न आमंत्रित किए गए। बहुत सारे स्रोताओं ने सक्षम से संबंधित कई सारे प्रश्न वक्ता महोदय से पूछे और अपने जिज्ञासाओं को शांत किया।

       अंत मे धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम सुखद समापन हुआ।




Saturday, June 17, 2023

आर. के. पुरम विभाग बैठक, दिनांक- 17 जून 2023

 आर. के. पुरम विभाग बैठक, दिनांक- 17 जून 2023

सक्षम भारत, समर्थ भारत ! 

प्रिये बंधू/ भगिनी, सक्षम इंद्रप्रस्थ, आर. के. पुरम, विभाग ने दिनांक 17 जून 2023 को बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में विभाग और जिला के पदाधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया, साथ ही प्रान्त उपाध्यक्ष मीनू कश्यप जी का सानिध्य और मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। बैठक में विभाग अद्यक्ष श्री गजेन्द्र प्रताप जी, विभाग सचिव श्री हैरी सिंह जी, विभाग युवा प्रमुख श्री प्रदीप ज़ी, सह सचिव श्री विजय शुक्ला ज़ी, सह सचिव श्री सुदर्शन राजा जी, विभाग उपाध्यक्ष श्री मोहिंदर आर्य जी, विभाग उपाध्यक्ष मनोज राठी जी, विभाग कोषाध्यक्ष श्री महिंदर जी, वसंत जिला सचिव श्री राम प्रताप जी, महरौली जिला संयोजक पूजा देवी जी और अन्य कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।

बैठक में मुख्यतः इन् विषयों पर चर्चा हुई: 

1. सक्षम स्थापना दिवस :- इस बार सक्षम स्थापना दिवस दो जिलों में मनाने का प्रस्ताव रखा गया। 25 जून 2023 को सक्षम स्थापना दिवस महरौली जिला में और 24 जून 2023 को सक्षम स्थापना दिवस वसंत विहार जिला में मनाने का निर्णय लिया गया। महरौली जिला में सक्षम स्थापना दिवस वसंत कुंज में स्थित गुरुकुल में और वसंत जिला में IIT कैंपस में मनाने का निर्णय लिया गया है। महरौली जिला में स्थान, समय और दिन का निर्णय हो गया है और IIT कैंपस में अभी समय और स्थान का निर्णय होना बाकि है। विभाग सचिव ने जल्द ही स्थान निश्चित करने के लिए कहा हैं ताकि कार्यक्रम सुचारू ढंग से हो पाए।

2. दिव्यांग मित्र बनाने के संदर्भ में:- दिव्यांग मित्र अभियान जो सूरदास जयंती के साथ शुरू हुआ था अब धीरे धीरे अपने अंत की और बढ़ रहा है। विभाग सचिव ने सभी से आग्रह किया कि इस अभियान में तेजी लाये। जो बुकलेट खत्म हो गए हैं उसे कोशाद्यक्ष श्री महिंदर जी को वापस देने का भी आग्रह किया। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अपने परिवार जन और रिश्तेदारों से भी इस अभियान में जुड़ने का आग्रह करें।  

बैठक में उपस्थिति 

कुल उपस्थिति = 15

दिव्यांग बंधू = 03

महिला = 02

सकलांग = 10

Friday, June 16, 2023

दिव्यांग मित्र योजना का आवाहन

 सक्षम (समदृष्टि क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल)

         द्वारा 

दिव्यांग मित्र योजना

25 अप्रैल, 2023 (सूरदास जयंती) - 20 जून, 2023 (सक्षम स्थापना दिवस) तक 

 सक्षम (समदृष्टि क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल) अपने स्थापना दिवस 20 जून, 2008 से ही दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरंतर कार्य कर रहा है।दिव्यांगजनोंं की शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन और सामाजिक विकास हेतु आयाम, प्रकोष्ठ, सेवा प्रकल्प, अभियान आदि के माध्यम से हम समावेशी समाज बनाने में गिलहरी प्रयास कर रहे हैं।  हमारे इस प्रयास को संबल प्रदान करने के लिए, " सक्षम " द्वारा चलाए जा रहे "दिव्यांग मित्र योजना" अभियान में अपने परिवार के साथ साथ समाज के सुधीजनों को, इस पुनीत कार्य से जोड़कर, हमें अपना स्नेह प्रदान करें जिससे दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाकर समाज की मुख्यधारा में जोड़ा जा सके।

20 जून 2023 को अपना यह अभियान समाप्त होने जा रहा है हमारे इस पुण्य अभियान में आर्थिक सहयोगी (दिव्यांग मित्र) के रूप में हमसे जुड़ने के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन माध्यम से सहयोग कर सकते हैं


 🙏दिल्ली सक्षम🙏