विश्व आटिज्म जागरूकता माह🚩
दिनांक 09.04.2023 को विश्व आटिज्म जागरूकता माह पर सक्षम इंद्रप्रस्थ दिल्ली प्रान्त के धीमही प्रकोष्ट के अन्तर्गत दिव्यांगों के द्वारा प्रतिभा प्रर्दशन का एक सुंदर एवं भव्य कार्यक्रम अर्वाचीन इंटरनेशनल स्कूल, दिलशाद गार्डन नई दिल्ली में किया गया।
सक्षम दिल्ली प्रान्त के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री गोपाल कृष्ण जी, मुख्य अतिथि कमांडर श्रीरंग बिजूर जी अध्यक्ष "परिवार" संगठन जो कि दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों के द्वारा चलाया जाता है। आप स्वयं ऑटिस्टिक बच्चे के अभिभावक हैं एवं विशिष्ट अतिथि डॉ मयंक त्रिपाठी जी,NIOS(National Institute of Open School) में दिव्यांगता सलाहकार के रूप में कार्यरत है। प्रान्त सह महिला प्रमुख श्रीमती रेखा जी व प्रान्त सचिव श्री रमेश जी द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। मानसिक मंदता बाधित बालिका सुश्री लालिमा द्वारा सरस्वती वन्दना के गायन द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
सक्षम दिल्ली प्रान्त के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री गोपाल कृष्ण जी ने सक्षम का परिचय व सक्षम दिल्ली प्रान्त के द्वारा चलने वाले प्रकल्पों की संपूर्ण कार्यप्रणाली के बारे में बताया। सक्षम द्वारा चलाए जा रहे सक्षम दिव्यांग सेवा केंद्र जो कि गोल मार्किट NDMC के भवन में संचालित है । इस केंद्र से अब तक लगभग 750 दिव्यांग बालक - बालिकाओं को सेवा दी जा चुकी हैं । यहां पर दिव्यांगों को कम्प्यूटर प्रशिक्षण, ब्रेल प्रशिक्षण ,स्पीच थेरपी, ऑक्यूपेशनल थेरपी एवं विशेष शिक्षा आदि सुविधाएं प्रदान की जा रही है। इसके अतिरिक्त इस दिव्यांग सेवा केंद्र में सभी प्रकार के दिव्यांगों को निम्नलिखित सेवाएं प्रदान की जाती है:-
* सरकारी योजनाओं की जानकारी देना।
* सरकार व दिव्यांगों के मध्य पुल का कार्य करना।
* दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाना।
* दिव्यांगता UDID कार्ड बनवाना ।
* परामर्श सेवा इत्यादि।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित कमांडर श्री श्रीरंग बिजूर जी द्वारा ऑटिज़्म वाले बच्चों की समाज में भागीदारी पर जोर दिया। इसके साथ ही बच्चों की सामाजिक सहभागिता एवं सामजिक स्वीकार्यता के महत्व को भी बताया। श्री बीजुर जी द्वारा आटीज्म बच्चों के अभिभावको को अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करने को कहा गया। इसके साथ ही बच्चों के संप्रेषण को बच्चों के बोलने से ज्यादा महत्व दिया गया। उनके द्वारा यह भी बताया गया की बच्चों के IQ पर नही बल्कि EQ और SQ पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए और उनके विकास पर कार्य करना चाहिए।
आमंत्रित अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ मयंक त्रिपाठी जी द्वारा NIOS की दिव्यांगों की शिक्षा में भूमिका के बारे में बताया। NIOS के SAIED केन्द्र के बारे में भी जानकारी दी जो दिव्यांग बाल - बालिकाओं के लिए समर्पित है, इसमें दिव्यांग छात्रों को उनकी क्षमता एवं गति के अनुसार अपना अध्ययन जारी रखने की सुविधा मिलती है। इसमें विद्यार्थी सेकेंडरी स्तर पर अपने पसंद के अनुसार 5 विषयों का चयन कर सकता है जिन्हें वह 5 वर्षो में उत्तीर्ण कर अपना कोर्स पूरा कर सकता है । इस स्तर पर बधिर दिव्यांगों के लिए सांकेतिक भाषा को एक विषय के रूप में भी चयन कर सकते है , जिसकी घोषणा हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी ने 2021 में की थी।
कार्यक्रम में ऑटिस्टिक बच्चा प्रत्युष, बालिका आव्यआ की सुंदर नृत्य प्रस्तुति। देवांश द्वारा सुंदर गायन और कई बालक बालिकाओं द्वारा सुंदर प्रस्तुतियां।
कार्यक्रम में कुल 120 आटिज्म दिव्यांग बालक - बालिकाओ एवं उनके अभिभावकों को शामिल करते हुए कुल 180 व्यक्ति उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम का मंच संचालन श्रीमती एकता जी (धीमही पूर्वी विभाग प्रकोष्ट प्रमुख ) और धन्यवाद ज्ञापन डॉ फैजुला जी (धीमही प्रान्त प्रकोष्ट प्रमुख) द्वारा किया गया ।
कार्यक्रम की विशेषता विशेष आकर्षण सक्षम दिव्यांग सेवा केंद्र गोल मार्किट के बच्चो द्वारा निर्मित प्रदर्शनी और नुक्कड़ नाटक व बच्चों का फैशन शो जो ऑटिज्म पर आधारित था।
60 कार्यकर्त्ताओं की भागीदारी
प्रान्त - 7
यमुना विहार - 3
पूर्वी - 5
दक्षिणी - 1
आर के पुरम - 6
उत्तरी - 4
झंडेवालान - 6
युवा - 15
दिव्यांग सेवा केंद्र - 13